The ultimate Wisdom behind the Pandemic: Shaikh Eshref Efendi’s message from Germany to Indian community (Part 1)
Word For Peace
हम भारत के सभी मुस्लिम भाई बहनों को रमजान के पाक महीने की बधाई देते हैं. रमजान को सभी महीनों का सुल्तान भी खा जाता हैं. क्युकी यह महीना खास बरकतों और रहमतों के साथ आता है जिसे शब्दों में बयां करना कठिन हैं. रमजान केवल मुसलमानों के लिए रहमत बनकर नहीं आता बल्कि हिंदुओं, ईसाईयों, यहूदियों और यहां तक कि नास्तिकों के लिए भी नेमत है. इससे कोई फर्क नही पड़ता की आप किस जाति, किस रंग और किस भाषा में बात करते हैं. अल्लाह जो सबसे सर्वश्रेष्ठ है, सबसे बड़ा है कहता है, “ए, मुहम्मद, हमने आपको पूरी कायनात के लिए रेहमत बना के भेजा है ” जिस प्रकार रमजान को सभी महीनों का सुल्तान कहा जाता है.
यदि रमज़ान सभी महीनों का सुलतान है तो मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दुनिया की तमाम चीज़ों, जगहों और समय के सुल्तान हैं।
ज़रा सोचिए, जब बारिश होती है तो उसकी बूँदे सिर्फ आपके बगीचे पर ही नहीं बल्कि आपके आस-पास के सभी बगीचों को भिगो देती हैं चाहे वो नास्तिक हों या वो किसी दूसरे धर्म के मानने वाले हों।
अगर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम रहमत और शांति बनकर आए हैं तो वह सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि पूरी कायनात के लिए रहमत बनकर आए हैं। मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की रहमत और दया के बिना विभिन्न धर्मों के मानने वाले तथा नास्तिक लोग एक क़दम भी नहीं चल सकते।
हम एक बार फिर रमज़ान के पाक महीने को पाकर धनी हो गए हैं। रजब के महीने की शुरुआत अलग परिस्थिति में हुई जिसमें कुछ ऐसा हुआ जिसकी हमें उम्मीद न थी कि जैसे हम पहले ख़ुदा की रात-रात भर मस्जिदों में नमाज़ें पढ़कर सामूहिक रूप से ख़ुदा की इबादत करते थे अब न कर पाएँगें।
अब इस महामारी के चलते, दुनिया भर में क्वारन्टाइन का माहौल है और सभी को अपने-अपने घरों में ही रहना है। सभी सड़कें वीरान हैं लेकिन इसके बावजूद आप चेहरे पर मास्क लगाए बिना घर से बाहर नहीं जा सकते। तो आख़िरकार वो कौन-सी शक्ति है जिसमें सभी को एक निश्चित नियमों का पालन करना सिखा दिया है। यह कौन-सी शक्ति है जिसका इतना प्रभाव है।